कौन हैं कांग्रेस के ‘उमंग सिंघार’ जिनसे है कमलनाथ सरकार को खतरा?
उमंग सिंघार मध्य प्रदेश के धार जिले से आते हैं और जिले की गंधवानी विधानसभा सीट से लगातार तीसरी बार विधायक हैं.
मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार के वन मंत्री उमंग सिंघार इन दिनों सुर्खियों में हैं. दरअसल उमंग सिंघार कांग्रेस पार्टी के नेता दिग्विजय सिंह पर लगातार बयान देकर हमला कर रहे हैं. वहीं दिग्विजय सिंह के समर्थक उमंग सिंघार को पार्टी से बर्खास्त की मांग कर रहे हैं.
कौन हैं उमंग सिंघार?
उमंग सिंघार आदिवासी युवा नेता हैं और वह मध्य प्रदेश की पूर्व उप मुख्यमंत्री जमुना देवी के भतीजे हैं. उमंग सिंघार धार जिले से आते हैं और जिले की गंधवानी विधानसभा सीट से लगातार तीसरी बार विधायक हैं. इन्होंने 2008, 2013 और 2018 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की.
इनकी बुआ जमुना देवी की गिनती प्रदेश के सबसे अनुभवी विधायकों और आदिवासी समुदाय के वरिष्ठ नेताओं में होती थी. राजनीतिक क्षेत्र में जमुना देवी की हमेशा दिग्विजय सिंह तल्खी रही. राजनीति के जानकारों का मानना है कि उमंग सिंघार भी उनकी राह पर चल रहे हैं. उमंग सिंघार को कमलनाथ सरकार में वनमंत्री की जिम्मेदारी मिली है.
राजनीतिक घटनाक्रम
- लगातार तीसरी बार गंधवानी विधानसभा सीट से विधायक. 2008, 2013 और 2018 के विधानसभा चुनाव में जीते.
- 2009 में उन्हें सामान्य प्रशासन विभाग के लिए सलाहकार समिति का सदस्य नियुक्त किया गया था. विधानसभा की अपील समिति के सदस्य भी चुने गए.
- 1994 में वह भोपाल में जिला युवा कांग्रेस के अध्यक्ष बने. उन्होंने 2003 तक इस पद पर कार्य किया.
- 1990 उमंग सिंघार युवा कांग्रेस में शामिल हो गए.
उमंग सिंघार ने दिग्विजय सिंह पर लगाए आरोप
उमंग सिंघार ने टीवी 9 भारतवर्ष से खास बातचीत में मंगलवार को कहा कि दिग्विजय 10 साल सीएम रहे, फिर 10 साल सन्यास ले लिया. ये दबाव डलवाकर शराब के धंधे को बढ़ावा दे रहे हैं. दिग्विजय ने इतने साल काम नहीं किया अब सरकार बन गई है तो सफेद कुर्ता पहन कर मलाई काटने आ गए हैं.
दिग्विजय सिंह पार्टी को दीमक की तरह खोखला कर रहे हैं. अपने बेटे को सेट कर चुके हैं , सरकार पर्दे के पीछे से चला रहे हैं. कांग्रेस पार्टी की हालत दिग्विजय सिंह की वजह से खराब हो रही है
‘संत का जीवन जिएं तो अच्छा’
मंत्री उमंग सिंघार ने कहा, दिग्विजय सिंह सरकार के काम को प्रभावित करते हैं. मैंने सोनिया गांधी को चिट्ठी लिख दी है, अब उनसे मुलाकात करके कार्रवाई की मांग करूंगा. दिग्विजय नर्मदा परिक्रमा करें, संत का जीवन जिएं तो अच्छा.
दिग्विजय सिंह किसी एजेंट के तौर पर पार्टी की छवि को खराब कर रहे हैं. दिग्विजय सिंह अपने काम कराने के लिए मंत्रियों पर दबाव बनाते हैं. शैडो सीएम के रूप में काम कर रहे हैं.
‘ठेकेदारों को पैसा दिलवाते हैं’
उमंग सिंघार ने कहा कि भ्रष्टाचारी अधिकारियों को बैठा रखा है. हम जनता को जवाब नहीं दे पाते. ये अपने ठेकेदारों को पैसा दिलवाते हैं, यह कार्यकर्ताओं की बनाई हुई सरकार है. किसी नेता ने सरकार नहीं बनाई है.
गोवा में जो भी कुछ हुआ वह दिग्विजय सिंह की वजह से हुआ. वहां सरकार दिग्विजय सिंह की वजह से गिरी. ये अपनी पत्नी के साथ होटल में हनीमून मनाते रहे, गोआ में सरकार गिरी. अब कमलनाथ जी से आज मुलाकात करके चर्चा करूंगा. इन बयानों के पहले भी उमंग सिंघार कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के खिलाफ बयान देते रहे हैं.
दिग्विजय सिंह समर्थकों ने भी खोला मोर्चा
दिग्विजय सिंह समर्थक विधायक एंदल सिंह कंसाना ने भी कुछ मंत्रियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. कमलनाथ से आज मिलने का समय मांगा है. उन्होंने कहा कि वन मंत्री उमंग सिंघार, सहकारिता मंत्री डॉ. गोविंद सिंह और राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद राजपूत को मंत्रीमंडल से बर्खास्त करने की मांग करूंगा.
टीवी 9 भारतवर्ष से खास बातचीत में कहा कि हमारे चंबल में कहावत है कि जब बहुत सारे कौए उड़ रहे हों तो एक कौए को मार कर छत पर टांग देना चाहिए इससे बाकी कौए परेशान नहीं करते.
अभी ये कैंसर की प्राइमरी स्टेज की तरह है. अगर वक्त पर इलाज नहीं किया गया तो ये फैल जाएगा. इनको बर्खास्त करने पर पार्टी को कोई नुकसान नहीं होगा. सारे विधायक इन मंत्रियों से नाराज हैं. कोई विधायक इनके साथ नहीं हैं. ये सरकार की छवि धूमिल कर रहे हैं, पार्टी को नुकसान हो रहा है.
उमंग सिंघार का पुतला फूंका
इससे पहले दिग्विजय सिंह के समर्थकों ने उमंग सिंघार के आवास के बाहर उनका पुतला फूंका था. पार्टी नेताओं में आपसी टकरार से साफ है कि मध्य प्रदेश कांग्रेस की मजबूती कमजोर होती जा रही है.